हैंड वाश पर निबंध (Hand Wash Essay in Hindi)
हैंड वाश एक ऐसी आदत है जिसे हर किसी को अपनाना चाहिए। यह एक ऐसी आदत है जो आपको बीमारियों से भी बचाता है। इससे केवल वही लाभांवित होता है जो इसका हमेशा प्रयोग करता है, हमने इसके प्रभाव और इसके प्रयोग का एक संक्षिप्त विवरण नीचे दिया है।
हैंड वाश पर छोटे-बडे निबंध (Short and Long Essay on Hand Wash in Hindi, Hand Wash par Nibandh Hindi mein)
निबंध – 1 (300 शब्द).
स्वस्थ रहने की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है हैंड वाश और सही मायनों में ये कई जिंदगियों को बचाता है। हमे बच्चों में शुरू से यह आदत विकसित करनी चाहिए, जो आगे चलकर उनके बहुत काम आती है। हाथों को धुलना केवल आपके लिये ही नहीं अपितु हर आयु के लोगों के लिये आवश्यक होता है और हम सबको इसकी आदत डालनी चाहिए।
हैंड वाश से होने वाले लाभ
- यह आपके हाथों में से गंदे कीटाणुओं को मारता है।
- एक सर्वे में यह पाया गया है की हर साल कई लाख लोग हाथ धुलने के अच्छी आदत की वजह से किसी संक्रमण का शिकार नहीं होते।
- जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है उन्हें भी यह हर प्रकार के संक्रमण से बचाता है।
- यह कई हानिकारक बीमारियां जैसे की निमोनिया, दस्त, इन्फ्लूएंजा, पेट के कीड़े, आदि जैसे रोगों से बचाता है।
- भयंकर बीमारियों पर होने वाले खर्च से भी आपको बचाता है।
हैंड वश के नियम
हैंड वाश का अर्थ केवल हाथ को ऐसे ही धुल लेना नहीं होता, अपितु हाथों को कम से कम 20 से 30 सेकंड तक अच्छी तरह साबुन से धुलना होता है। साबुन को किटाणुओं को मरने की प्रक्रिया में निर्दिष्ट समय लग जाता है, इस लिये कहा जाता है की कम से कम 20 सेकंड तक अवश्य धोएं।
हाथों को अच्छी तरह से ऊपर व नीचे दोनों तरफ रगड़-रगड़ के धोएं। हाथों को धुलने के बाद साफ़ तौलिये से पोछें और हाथों को अच्छी तरह सुखा लें।
यह किसी भी प्रकार से आपको नुकसान नहीं पहुंचाता और हम सबको इसे जरूर अपनाना चाहिए। हर व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य का ध्यान अवश्य रखना चाहिए। आप स्वास्थ्य रहेंगे तो आपका परिवार भी सुरक्षित रहेगा और आपका परिवार सुरक्षित तो आपका क्षेत्र और इसी प्रकार आप पूरे देश को सुरक्षित रख सकते हैं। कहते हैं की बूंद-बूंद से ही सागर बनता है और इस प्रकार छोटी-छोटी कोशिशों से हम खुद को कई बीमारियों से बचा सकते हैं।
निबंध – 2 (400 शब्द)
बच्चों को स्कूल में ही स्वच्छता का पाठ पढ़ाया जाता है। परंतु जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं हम इन आदतों का पालन करना छोड़ देते हैं, जो की एक अच्छी आदत नहीं है। स्वच्छता एक ऐसी आदत है जो हर उम्र के लोगों को अपनाना चाहिए, चाहे वो सुरक्षित रूप से हाथ धुलना ही क्यों न हो। हैंड वाश एक अच्छी आदत है और यह आपको कई खतरनाक बीमारियों से भी बचाता है।
कब-कब हैंड वाश आवश्यक है
हैंड वाश अच्छा है तो इसका मतलब यह नहीं की आप हमेशा हाथ धुलते रहें। कुछ काम ऐसे होते हैं जिनके बाद हाथ धुलना आवश्यक होता है, जैसे की:
- शौचालय के प्रयोग के बाद, हाथों को अवश्य धुलना चाहिए। क्यों की वहां कई प्रकार के बैक्टीरिया और वायरस रहते हैं, जो आपको बीमार कर सकते हैं। इस लिये शौचालय के प्रयोग के बाद हमेशा हैंड वाश अवश्य करें।
- छोटे बच्चों को खिलाने या उनके कपड़े बदलने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह अवश्य धुल लेना चाहिए। बच्चे बहुत नाजुक होते हैं और बड़े आसानी से बीमार पड़ जाते हैं।
- खाते समय या खाना बनाते समय, अपने हाथों को अच्छे से साबुन से अवश्य धोएं। इससे भोजन भी सुरक्षित रहता है और पौष्टिक भी।
- बाहर से आने पर भी हमे घर में आने के बाद अपने हाथों को अच्छे से साबुन से धुल लेना चाहिए, क्यों की जब हम बाहर होते हैं तो न जाने कहाँ-कहाँ हमारे हाथ जाते हैं और इससे हम कई प्रकार के संक्रमण घर ला सकते हैं। इस लिये बाहर से आने के बाद हाथ-पैर धुलने की हमारी परंपरा रही है।
कैसे करें हाथों की सफाई?
हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक साबुन से या हैंड वाश से अवश्य धुलना चाहिए। क्यों की साबुन में मौजूद रासायनिक तत्वों को कम से कम 20 सेकंड लग जाते हैं, बैक्टीरिया या वायरस को मारने में। इस वजह से हमें जल्दबाजी में ये काम नहीं करना चाहिए। आइये हाथों को सुरक्षित रूप से धुलने के प्रत्येक चरण को जाने।
- सबसे पहले हाथों में पहने सभी प्रकार के गहने, अंगूठी, आदि सब उतार दें।
- हाथों को पानी में भिगोयें और साबुन या हैंड वाश आवश्यकता अनुसार ले।
- फिर हाथों को अच्छी तरह रगड़ें और प्रत्येक कोनों को अच्छी तरह रगड़ के साफ़ करें।
- हाथों के पीछे की ओर भी रगड़ें और फिर पानी से धुल लें।
- साफ़ तौलिये से हाथों को पोछें और अच्छे से सुखा लें।
इस प्रकार हाथों की पूरी सफाई आवश्यक है, यह आपको कई प्रकार के बीमारी जैसे की निमोनिया, इन्फ्लूएंजा, फ्लू, सर्दी-खांसी, आदि जैसे बीमारियों से बचा सकता है। प्लेग और कोरोना जैसे महामारी से बचने के लिये भी हैंड वाश को ही सबसे सुरक्षित माना गया और ऐसे बड़े महामारियों से बचने के लिये भी हैंड वाश अपनाने को कहा गया।
निबंध – 3 (500 शब्द)
हैंड वाश जिसे सरल शब्दों में सुरक्षित रूप से हाथ धुलना कहा जाता है। यह एक छोटी सी प्रक्रिया है जिसमे हाथों को साबुन से कम से कम 20 से 30 सेकंड तक धुला जाता है, ताकि हाथों में से सभी प्रकार के कीटाणु मर जाएँ। हैंड वाश इस लिये आवश्यक है क्यों की इसके जरिये हम कई प्रकार के हानिकारक बीमारियों से आसानी से बच सकते हैं।
हैंड वाश की शुरुआत
हैंड वाश की शुरुआत इग्नाज़ सेमेल्विस (Ignaz Semmelweis) नमक एक डॉक्टर ने की थी। उन्होंने अपने अस्पताल में लगातार मर रहे महिलाओं का परिक्षण किया तो पाया की अधिकतर मृत्यु सफाई का ध्यान नहीं रखने की वजह से हो रही हैं। इसके बाद उन्होंने सख्ती से इस नियम को अपनाया और बेहतर परिणाम भी पाया।
हर वर्ष 15 अक्टूबर को हम ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे के रूप में मनाते हैं।
हैंड वाश की आवश्यकता
- हैंड वाश आपके स्वास्थय के लिये बहुत लाभदायक होता है।
- हैंड वाश, हाथों के किसी भी प्रकार के संक्रमण को आपके अन्दर नहीं जाने देता, जो आपको कई बीमारियों से बचाता है। यह आपको संक्रामक रोगों, विभिन्न वायु जनित रोगों, आँखों के संक्रमण आदि से बचाता है।
- हम जितना कम बीमार पड़ेंगे उतना हमारे दवाईयों का खर्चा कम होगा और हमारे पैसे भी बचेंगे।
- यह एक अच्छी आदत है और हम सबको इसे जरूर अपनाना चाहिए।
- कोई भी शरीर जितना कम बीमार पड़ेगा, उतना अधिक उसका शरीर स्वास्थ्य रहेगा और इससे किसी भी व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी। इससे आपको दूसरे प्रकार की बीमारियां भी नहीं होंगी।
हैंड वाश संक्रमण से कैसे रोकता है?
जब हम हाथों में साबुन लागते हैं तो, उसे कम से कम 20 से 30 सेकंड लगते हैं कीटाणुओं से लड़ने के लिये अपनी संरचना बनाने में। और फिर साबुन के कण कीटाणु को मार गिराते हैं।
साबुन के अणु द्विध्रुवीय होते हैं जिनके एक छोर पर प्रोटीन व वसा होता है तो वही दूसरे छोर पानी में घुलनशील होता है। तो वहीँ किटाणुओं का भी बाहरी शैल प्रोटीन और वसा से बना होता है। साबुन के अणु के वसा वाला भाग, किटाणुओं की बाहरी सतह से चिपक जाता है और उसे तोड़ देता है। इस प्रकार हैंड वाश करते समय साबुन किटाणुओं को मार कर किसी भी प्रकार के संक्रमण को रोक देता है।
इस पूरे प्रक्रिया को करने में उल्लेखित समय लग जाता है इसी लिये कहा जाता है की हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक अवश्य धोएं। तभी किटाणु मरते हैं और आप सुरक्षित रह सकते हैं।
कहने को एक छोटी सी आदत है परंतु ज्यादातर लोग इसे अपनाते नहीं हैं और ज्यादा जरूरी नहीं समझते। परंतु अपना के देखें, आपको फर्क अवश्य नजर आयेगा। हैंड वाश कई महामारियों में भी निर्णायक साबित हुआ है जैसे की कोरोना, प्लेग, फ्लू, आदि। यह एक अच्छी आदत है और इसे जरूर अपनाएं और दूसरों को भी प्रेरित करें और एक सुरक्षित राष्ट्र के निर्माण में आपना अमूल्य योगदान दें।
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हैंड वाश पर निबंध – Essay on Hand Wash in Hindi
हैंड वॉश, जो कि हाथ धोने की प्रक्रिया है, हमारी स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह सामान्य रूप से सबसे सरल और प्रभावी तरीका है जिससे हम अपने आप को और दूसरों को संक्रमण से बचा सकते हैं। यह न केवल व्यक्तिगत स्वच्छता का हिस्सा है, बल्कि एक सकारात्मक सामाजिक जिम्मेदारी भी है। इस निबंध में, हम हैंड वॉश के महत्व, इसके लाभ, इसे सही तरीके से कैसे किया जाए, और इसके पीछे की वैज्ञानिक प्रक्रिया को विस्तार से समझेंगे।
Table of Contents
हैंड वॉश का महत्व
हाथ धोना एक साधारण लेकिन अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार के लाभ प्रदान करता है। हाथों के माध्यम से हम अनजाने में कई प्रकार के बैक्टीरिया, वायरस, और अन्य रोगाणुओं को अपने शरीर में प्रवेश दे सकते हैं। इन रोगाणुओं के कारण हमें खांसी, जुकाम, फ्लू, और भी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। सही तरीके से हाथ धोने से हम इन रोगाणुओं से खुद को भविष्य में सुरक्षित रख सकते हैं।
स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने में हैंड वॉश की भूमिका
हैंड वॉश के द्वारा हम न केवल खुद को बीमारियों से बचाते हैं, बल्कि अन्य लोगों को भी संक्रमित होने से रोकते हैं। निम्नलिखित स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने में हैंड वॉश सहायक है:
- जुकाम और फ्लू: सामान्य सर्दी और फ्लू के वायरस अक्सर हाथों के माध्यम से फैलते हैं।
- फूड पॉइज़निंग: हाथ धोकर खाने से पहले आप हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस को अपने खाद्य में प्रवेश करने से रोक सकते हैं।
- गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल इंफेक्शंस: पेट से संबंधित संक्रामक बीमारियों से बचाव होता है।
- हेपेटाइटिस ए: यह एक संक्रामक लीवर की बीमारी है जिसे हाथ धोने से रोका जा सकता है।
- COVID-19: कोरोनावायरस जैसी गंभीर बीमारियों से भी हाथ धोकर बचा जा सकता है।
हाइजीन के प्रभाव और सामजिक जिम्मेदारी
आपका स्वास्थ्य केवल आपका ही नहीं बल्कि आपके परिवार और समाज का भी महत्व रखता है। जब आप नियमित रूप से हाथ धोते हैं तो आप समाज को स्वस्थ बनाए रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। स्कूल, कार्यालय, और सार्वजनिक स्थानों में सही तरीके से हाथ धोना, संक्रामक बीमारियों के प्रसार को नियंत्रित करने का एक प्रभावशाली तरीका हो सकता है।
हाथ धोने के सही तरीके
हाथ धोने का सही तरीका अपनाना महत्वपूर्ण है ताकि आप संक्रमण से पूरी तरह सुरक्षित रह सकें।
- पहला कदम: अपने हाथों को साफ, बहते पानी के नीचे रखें। यह पानी गर्म हो या ठंडा, दोनों उपयुक्त होते हैं।
- दूसरा कदम: हाथों में एक पर्याप्त मात्रा में साबुन लें। साबुन तरल, बार, या पाउडर कोई भी हो सकता है।
- तीसरा कदम: अपने हाथों को आपस में रगड़ें और इसे सभी जगह पहुँचाएं। उंगलियों के बीच, नाखूनों के नीचे और कलाई तक सफाई करें।
- चौथा कदम: कम से कम 20 सेकंड तक रगड़ते रहें। ‘हैप्पी बर्थडे’ गाने को दो बार गाने से समय का अंदाजा लगा सकते हैं।
- पांचवा कदम: अपने हाथों को साफ पानी से अच्छी तरह से धो लें।
- छठा कदम: एक साफ तौलिया से हाथों को सुखाएं या हवा से सुखाएं।
हैंड सेनिटाइज़र का प्रयोग
जब साबुन और पानी उपलब्ध नहीं हो, तो हैंड सेनिटाइज़र का उपयोग करना एक अच्छा विकल्प है। सुनिश्चित करें कि हैंड सेनिटाइज़र में कम से कम 60% अल्कोहल हो, जिससे यह प्रभावी रूप से बैक्टीरिया और वायरस को मार सके।
विभिन्न परिदृश्यों में हैंड वॉश
हैंड वॉश निम्नलिखित स्थितियों में अत्यंत महत्वपूर्ण होता है:
- खाने से पहले और बाद
- शौचालय का उपयोग करने के बाद
- छींकने, खांसने, या नाक साफ करने के बाद
- कचरा फेंकने के बाद
- किसी बीमार व्यक्ति की देखभाल के बाद
- पालतू जानवरों के साथ खेलने के बाद
हैंड वॉश के ऐतिहासिक पहलू
हैंड वॉश का महत्व नया नहीं है। यह प्रथा सदियों से विभिन्न संस्कृतियों में प्रचलित है। पुराने समय में स्वास्थ्य और धार्मिक कारणों से हाथ धोने की परंपरा थी। आज, यह वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित है कि हाथ धोने से हम कई प्रकार के संक्रमण से बच सकते हैं।
बच्चों में हैंड वॉश के आदतें डालना
बच्चों के स्वास्थ्य के लिए भी हैंड वॉश बहुत आवश्यक है। उन्हें सही तरीके से हाथ धोना सिखाना चाहिए और समझाना चाहिए कि क्यों यह महत्वपूर्ण है। इसके लिये माता-पिता और शिक्षक दोनों की जिम्मेदारी होती है।
हैंड वॉश जागरूकता अभियानों की आवश्यकता
बचाव और नियंत्रण उपायों के रूप में हैंड वॉश की भूमिका पर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से कई अभियान चलाए जाते हैं। इसके द्वारा लोगों को सही तकनीक और समय पर हाथ धोने के लिए प्रेरित किया जाता है।
संक्षेप में, हैंड वॉश एक साधारण लेकिन अत्यंत प्रभावी उपाय है जिसका हम हर रोज़ पालन करके अपने और अपने समाज के स्वास्थ्य को सुरक्षित रह सकते हैं।
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फ्लू और कोरोना वायरस:हाथ धोने का सही तरीका – 12 स्टेप्स में हाथ साफ – Proper Hand Washing Steps in Hindi
फ्लू और कोरोना वायरस का डर सभी को सता रहा है, ऐसे में जरूरी है कि सर्तकता बनाए रखें और अपनी साफ-सफाई का भी पूरा ध्यान रखा जाए। माना जाता है कि किसी भी प्रकार के विषाणु ज्यादातर हमारे हाथों के माध्यम से ही फैलते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने हाथों को नियमित तौर पर धोते रहें। आइए हाथ धोने का सही तरीका जानते हैं (Hand Washing Steps in Hindi), स्कूलमाईकिड्स के साथ।
अपने हाथ कैसे धोएं: 12 स्टेप्स – Steps To Wash Your Hands in Hindi
हमें हमारे हाथ नियमित तौर पर और पानी के साथ-साथ साबुन से धोने चाहिए। अगर आपके पास साबुन उपलब्ध न हो तो ऐसे में एल्कोहल युक्त हैंड सेनेटाइजर (Alcohol based Hand Sanitizers) का इस्तेमाल करें। आइए देखते हैं, कैसे हमें अपने हाथ धोने चाहिएः
- सबसे पहले अपने हाथों को पानी से गिला करें।
- आपके हाथ अच्छे से कवर हो जाएं, इतना साबुन लें। वायलर या अन्य संक्रमणों के लिए लिक्विड साबुन एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
- अब अपनी हथेलियों को आपस में रगड़ें।
- अब अपनी दाहिनी हथेली से बाएं हाथ के पीछे के भाग को उंगलियां खोलते हुए साफ करें और ठीक ऐसा ही बाहिनी हथेली से दाएं हाथ को भी साफ करें।
- इसके बाद आप सामने की तरफ से उंगलियों को खोलते हुए अपनी हथेलियों और उंगलियों के बीच की खाली जगह भी साफ करें।
- अपने दाहिने हाथ की उंगलियों को सामने की तरफ बाहिने हाथ की उंगलियों में फंसाते हुए उन्हें साफ करें।
- बाएं हाथ के अंगूठे को बाहिने हाथ गोल-गोल घुमाते हुए साफ करें। ऐसा दाएं हाथ के अंगूठे के साथ भी करें।
- अब अपनी बाहिनी हथेली को दाएं हाथ की उंगलियों से और दाहिनी हथेली को बाएं हाथ की उंगलियों से मलते हुए साफ करें।
- इसके बाद पानी से दोनों हाथों को साफ करें।
- गिले हाथों को पोंछने के लिए डिस्पोसेबल टॉवल या टिश्यू का इस्तेमाल करें।
- नल को बंद करने के लिए इसी टॉवल का इस्तेमाल करें। अक्सर हम अपने हाथों से नल को बंद करते हैं, जिससे हाथ धोने के बाद भी हमारे हाथों में विषाणु लग जाते हैं।
- अब आपके हाथ बिल्कुल साफ और सुरक्षित हैं।
विश्व स्वास्थ संगठन की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी पर आधारित
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Last Updated: Tue Aug 13 2024
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Global Handwashing Day in Hindi : 2024 में इस थीम के साथ मनाया जा रहा ‘ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे’, ऐसा है इतिहास और महत्व
- Updated on
- अक्टूबर 3, 2024
Global Handwashing Day in Hindi : साबुन और पानी से हाथ धोना रोगाणुओं के प्रसार को रोकने और स्वस्थ रहने के सबसे सरल और सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है। हाथ साफ रखने से डायरिया संबंधी बीमारियों और श्वसन संक्रमण, जैसे कि सामान्य सर्दी या फ्लू को रोकने में मदद मिल सकती है। COVID-19 महामारी ने हमें प्रभावी हाथ धोने के महत्व का एहसास कराया। हाथ धोना क्यों जरूरी है और इसके फायदे और महत्व को लेकर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 15 अक्टूबर को विश्वभर में ‘ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे’ यानि विश्व हस्त प्रक्षालन दिवस मनाया जाता है। इस ब्लॉग में Global Handwashing Day in Hindi के बारे में विस्तार से बताया गया है।
This Blog Includes:
ग्लोबल हैंडवाशिंग डे के बारे में, ग्लोबल हैंडवाशिंग डे का इतिहास क्या है, ग्लोबल हैंडवाशिंग डे क्यों मनाया जाता है, ग्लोबल हैंडवाशिंग डे कब मनाया जाता है, ग्लोबल हैंडवाशिंग डे 2024 की थीम , ग्लोबल हैंडवाशिंग डे का महत्व क्या है, ग्लोबल हैंडवाशिंग डे कैसे मनाया जाता है, ग्लोबल हैंडवाशिंग डे पर 10 लाइन.
Global Handwashing Day in Hindi : ग्लोबल हैंडवाशिंग डे एक प्रमुख सामाजिक अभियान है जो विश्वभर में हर साल 15 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस दिन के माध्यम से लोगों को साफ सुथरे हाथों की महत्वपूर्णता के बारे में जागरूक किया जाता है और हाथों को बचाने और स्वच्छ रखने के तरीकों के बारे में जागरूकता फैलाई जाती है। साबुन और पानी से हाथ धोना डायरिया और निमोनिया जैसे संक्रमणों को रोकने के सबसे कुशल और कम लागत वाले तरीकों में से एक है। साबुन से हाथ धोना इन संक्रमणों को रोकने के लिए सबसे प्रभावशाली और सस्ती रणनीतियों में से एक है।
ग्लोबल हैंडवाशिंग डे की शुरुआत ग्लोबल हैंडवाशिंग पार्टनरशिप (GHP) द्वारा अगस्त 2008 में स्टॉकहोम, स्वीडन में वार्षिक विश्व जल सप्ताह के दौरान की गई थी। इसका मतलब है कि पहला ग्लोबल हैंडवाशिंग डे 15 अक्टूबर 2008 को मनाया गया था। यह तिथि संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा निर्धारित की गई थी। पहला वैश्विक हाथ धोने का दिन 2008 में आयोजित किया गया था, जब दुनिया भर के 70 से अधिक देशों में 120 मिलियन से अधिक बच्चों ने साबुन से हाथ धोए थे।
ग्लोबल हैंडवाशिंग डे एक वैश्विक स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम है जो हर साल 15 अक्टूबर को मनाया जाता है ताकि बीमारियों से बचने के लिए एक सरल, प्रभावी और किफायती तरीके के रूप में साबुन से हाथ धोने की आवश्यकता के बारे में जागरूकता और समझ पैदा की जा सके। इस दिन, विभिन्न स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठन एक साथ मिलकर साबुन और पानी से हाथ धोने के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए कई जागरूकता अभियान (स्थानीय जनता के लिए), कार्यशालाएँ, शैक्षिक कार्यक्रम और प्रदर्शन आयोजित करते हैं।
ग्लोबल हैंडवाशिंग डे एक प्रमुख सामाजिक अभियान है जो विश्वभर में हर साल 15 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस दिन के माध्यम से लोगों को साफ सुथरे हाथों की महत्वपूर्णता के बारे में जागरूक किया जाता है।
हर साल ग्लोबल हैंडवाशिंग डे एक थीम तहत मनाया जाता है। 2024 के वैश्विक हाथ धुलाई दिवस की थीम है “साफ हाथ अभी भी महत्वपूर्ण क्यों हैं?” आपकी भूमिका चाहे जो भी हो, आप वैश्विक हाथ धुलाई दिवस मना सकते हैं। ग्लोबल हैंडवाशिंग डे की पिछले कुछ वर्षों की थीम इस प्रकार है-
Global Handwashing Day in Hindi : ग्लोबल हैंडवाशिंग डे का महत्व विश्वभर में स्वच्छता और अच्छे स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने में है। इस दिन का महत्व इस प्रकार है-
- हाथों के स्वच्छता का महत्व: हाथ बीमारियों के फैलने का मुख्य माध्यम होते हैं, और सही तरीके से हाथ धोना और सफाई बचाव के लिए महत्वपूर्ण है। ग्लोबल हैंडवाशिंग डे इस महत्वपूर्ण संदेश को फैलाने में मदद करता है।
- स्वच्छता की जागरूकता: ग्लोबल हैंडवाशिंग डे विश्वभर में लोगों को स्वच्छता की महत्वपूर्णता के प्रति जागरूक करने में मदद करता है, और सही तरीके से हाथ धोने की अद्वितीयता को प्रमोट करता है।
- स्वस्थ जीवनशैली की बढ़ती चाहत: ग्लोबल हैंडवाशिंग डे के माध्यम से लोग स्वस्थ जीवनशैली के प्रति अधिक जागरूक होते हैं, क्योंकि सफे हाथ स्वास्थ्य और रोगनिरोधक कार्यों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं।
- विश्व स्वास्थ्य सुरक्षा: स्वच्छता के माध्यम से हम विश्व स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति अधिक सजग और सुरक्षित रहते हैं, और ऐसा विश्व के सारे लोगों के लिए महत्वपूर्ण है।
ग्लोबल हैंडवाशिंग डे को दुनिया भर में कई तरह से मनाया जाता है। कुछ लोकप्रिय गतिविधियों में शामिल हैं:
- सार्वजनिक जागरूकता अभियान: कई संगठन साबुन से हाथ धोने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए पोस्टर, बैनर और अन्य सामग्री का उपयोग करते हैं।
- स्कूल कार्यक्रम: कई स्कूल बच्चों को साबुन से हाथ धोने के सही तरीके के बारे में सिखाने के लिए कार्यक्रम आयोजित करते हैं।
- सामुदायिक कार्यक्रम : कई समुदाय सार्वजनिक स्थानों पर साबुन और पानी की सुविधाएं प्रदान करके हाथ धोने को बढ़ावा देते हैं।
ग्लोबल हैंडवाशिंग डे पर 10 लाइन इस प्रकार हैं-
- ग्लोबल हैंडवाशिंग डे एक वार्षिक वैश्विक वकालत दिवस है जो बीमारियों को रोकने और जीवन बचाने के लिए एक आसान, प्रभावी और किफायती तरीके के रूप में साबुन से हाथ धोने की वकालत करने के लिए समर्पित है।
- ग्लोबल हैंडवाशिंग डे की स्थापना ग्लोबल हैंडवाशिंग पार्टनरशिप द्वारा की गई थी।
- ग्लोबल हैंडवाशिंग डे हर साल 15 अक्टूबर को मनाया जाता है।
- पहला ग्लोबल हैंडवाशिंग डे 2008 में आयोजित किया गया था, जब दुनिया भर के 70 से अधिक देशों में 120 मिलियन से अधिक बच्चों ने साबुन से अपने हाथ धोए थे।
- 2008 से, समुदाय और राष्ट्रीय नेताओं ने हाथ धोने के बारे में बात फैलाने, सिंक और टिपी टैप बनाने और साफ हाथों की सादगी और मूल्य को प्रदर्शित करने के लिए ग्लोबल हैंडवाशिंग डे का उपयोग किया है।
- यह दिन हमें हर साल याद दिलाता है कि साबुन और पानी से हाथ धोना बहुत ज़रूरी है और इसे सबसे अच्छा कदम माना जाता है, जिससे हम बीमार होने से बच सकते हैं और दूसरों को कीटाणु नहीं फैला सकते।
- कई तरह के कीटाणु लोगों को बीमार करते हैं और जब हम साबुन और बहते पानी से हाथ नहीं धोते हैं, तो ये कीटाणु फैलते हैं।
- 2024 के वैश्विक हाथ धुलाई दिवस की थीम है “साफ हाथ अभी भी महत्वपूर्ण क्यों हैं?” आपकी भूमिका चाहे जो भी हो, आप वैश्विक हाथ धुलाई दिवस मना सकते हैं।
- वैश्विक हाथ धुलाई दिवस का समर्थन सरकारों, स्कूलों, अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं, नागरिक समाज संगठनों, गैर सरकारी संगठनों, निजी कंपनियों, व्यक्तियों आदि द्वारा किया जाता है।
- वर्ष 2023 के वैश्विक हाथ धुलाई दिवस का विषय है “स्वच्छ हाथ अब पहुंच में हैं” और यह लोगों, विशेषकर बच्चों को हाथ स्वच्छता के महत्व के साथ-साथ अपने हाथों को सही तरीके से धोने के बारे में शिक्षित करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।
ग्लोबल हैंडवाशिंग डे एक सालाना आयोजन है जो हर साल 15 अक्टूबर को मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य हाथों की स्वच्छता और हाथों के सफाई के महत्व को जागरूक करना है।
ग्लोबल हैंडवाशिंग डे यह समझाने के लिए मनाया जाता है कि साबुन से हाथ धोने से कई बीमारियों से बचा जा सकता है, जिनमें दस्त, निमोनिया और डायरिया शामिल हैं। यह अभियान लोगों को साबुन से हाथ धोने के सही तरीके के बारे में भी शिक्षित करता है।
ग्लोबल हैंडवाशिंग डे को दुनिया भर में कई तरह से मनाया जाता है। कुछ लोकप्रिय गतिविधियों में शामिल हैं: सार्वजनिक जागरूकता अभियान, स्कूल कार्यक्रम, सामुदायिक कार्यक्रम, सोशल मीडिया अभियान
यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं कि आप अपने समुदाय में ग्लोबल हैंडवाशिंग डे कैसे मना सकते हैं: अपने स्कूल या समुदाय में एक साबुन से हाथ धोने के बारे में जागरूकता अभियान आयोजित करें, अपने दोस्तों और परिवार को साबुन से हाथ धोने के महत्व के बारे में बताएं, सार्वजनिक स्थानों पर साबुन और पानी की सुविधाओं के लिए वकालत करें, ग्लोबल हैंडवाशिंग डे के बारे में सोशल मीडिया पर पोस्ट करें।
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स्टडी अब्राॅड प्लेटफाॅर्म Leverage Edu में सीखने की प्रक्रिया जारी है। शुभम को 4 वर्षों का अनुभव है, वह पूर्व में Dainik Jagran और News Nib News Website में कंटेंट डेवलपर रहे चुके हैं। न्यूज, एग्जाम अपडेट्स और UPSC में करंट अफेयर्स लगातार लिख रहे हैं। पत्रकारिता में स्नातक करने के बाद शुभम ने एजुकेशन के अलावा स्पोर्ट्स और बिजनेस बीट पर भी काम किया है। उन्हें लिखने और रिसर्च बेस्ड स्टोरीज पर फोकस करने के अलावा क्रिकेट खेलना और देखना पसंद है।
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- हाईजीन और साफ-सफाई /
#SwasthBharat: हाथ की स्वच्छता – क्यों, कैसे और कब
हाईजीन और साफ-सफाई.
Global Handwashing Day: हाथ सबसे आम रास्ता है, जिसके जरिए वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है
नई दिल्ली: यूनिसेफ का कहना है कि विश्व स्तर पर कुपोषण के 50 प्रतिशत मामले अपर्याप्त पानी, स्वच्छता और हैंड हाइजिन के कारण होते हैं. इसमें आगे कहा गया है कि टॉयलेट जाने के बाद या खाने से पहले हाथ धोने का आसान-सा काम बच्चों को दस्त होने के जोखिम को 40% से अधिक कम कर सकता है. UNICEF का कहना है कि हाथ धोने से COVID-19 संक्रमण की संभावना 36% तक कम होने की संभावना है.
हेल्थ एक्सपर्ट और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि हाथ धोना सबसे आम तरीकों में से एक है जिसके माध्यम से रोग फैलाने वाले रोगाणु एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक जाने से रूक सकते हैं. डब्ल्यूएचओ इस बात पर प्रकाश डालता है कि दुनिया भर में हर दिन हजारों लोग सही तरीके से हाथ धोने के कारण मर जाते हैं इसलिए हानिकारक कीटाणुओं के संचरण से बचने और संक्रमण को रोकने के लिए सबसे महत्वपूर्ण उपाय हाथ धोना है.
वैश्विक महामारी ने हमें यह भी सिखाया कि वायरस के प्रसार को रोकने के लिए हाथ धोना सबसे सस्ता, आसान और सबसे महत्वपूर्ण तरीका है. ग्लोबल हैंडवाशिंग डे 2021 पर, हम आपको हाथों को सही तरीके से धोने के बारे में बताएंगे.
हाथ धोना क्यों जरूरी है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि पानी, स्वच्छता और स्वच्छता की अपर्याप्त उपलब्धता के कारण हर साल निम्न और मध्यम आय वाले देशों में 8,27,000 मौतें होती हैं.
पानी, स्वच्छता और स्वच्छता पर केंद्रित एक अंतरराष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन वाटरएड के अनुसार, वैश्विक स्तर पर 5 में से केवल 1 (19%) व्यक्ति शौच के बाद साबुन से हाथ धोता है. इसमें आगे कहा गया है कि हर साल 443 मिलियन बच्चे पानी से संबंधित बीमारियों के कारण स्कूल नहीं जाते. स्वच्छता तक पहुंच की कमी, डायरिया से होने वाली लगभग 88% बचपन की मौतों में होती है.
इसे भी पढ़ें : #SwasthBharat: जानें कितनी तरह के होते हैं कीटाणु, इनसे कैसे बचा जा सकता है
इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि नॉर्मल सर्दी से लेकर मेनिन्जाइटिस जैसे गंभीर संक्रमणों तक – कई बीमारियों के प्रसार के खिलाफ हाथ धोना रक्षा की पहली कुंजी है.
जसलोक हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के कंसल्टेंट माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. सोनार नरूला कहते हैं,
हालांकि, पिछले कुछ सालों में, साबुन और पानी से हाथ धोना, हेल्थ और इंफेक्शन की रोकथाम लागत प्रभावी, आवश्यक उपकरण के रूप में मान्यता प्राप्त हो रही है. दुख की बात है कि हाथ की सफाई प्रथाओं को व्यापक रूप से नहीं अपनाया जाता है. ऐसे कई अध्ययन हैं, जिन्होंने साबित किया है कि हाथ की स्वच्छता अस्पताल से प्राप्त संक्रमणों को कम करने में मदद करती है और यह किसी के अच्छे स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक है. इसके महत्व के बावजूद, हाथ की स्वच्छता का अनुपालन कुल मिलाकर 50 से 60 प्रतिशत के बीच रहता है.
आपको अपने हाथ कैसे धोने चाहिए?
WHO द्वारा हैंड हाइजीन गाइड के अनुसार, निम्नलिखित तरीके से सैनिटाइजर से हाथ साफ करने चाहिए:
- चरण 1: हाथ पर सभी सतहों को कवर करते हुए पर्याप्त सैनिटाइज़र लगाएं
- स्टेप 2: फिर अपने हाथों की हथेली को हथेली से रगड़ें
- चरण 3: इसके बाद अपनी दाहिनी हथेली को बाईं ओर इंटरलेस्ड अंगुलियों के साथ ले जाएं और इसके विपरीत
- चरण 4: फिर हथेली से हथेली तक अंगुलियों को आपस में मिला लें
- चरण 5: अंगुलियों के पिछले हिस्से से विपरीत हथेलियों को आपस में जोड़कर रखें
- चरण 6: बाएं और दाएं अंगूठे की साफ करें
- चरण 7: हर हथेली के अंगुठे को मलें
- चरण 8: अपने हाथों को सुखाएं
यदि हाथ गंदे हैं, तो WHO अपने 11 चरणों वाले गाइड में साबुन और पानी से हाथ धोने की सलाह देता है:
- चरण 1: हाथों को पानी से गीला करें
- चरण 2: हाथ की सभी सतहों पर पर्याप्त साबुन लगाएं
- चरण 3: हाथों की हथेली को दूसरे हाथ की हथेली से रगड़ें
- चरण 4: बाएं हाथ पर दाहिनी हथेली, आपस में जुड़ी हुई उंगलियां और इसके विपरीत
- चरण 5: हथेलियां हथेलियों से, अंगुलियां आपस में जुड़ी हुई हैं
- चरण 6: अंगुलियों के पीछे
- चरण 7: बाएं और दाएं अंगूठे को रगड़ें
- चरण 8: हर हथेली को अच्छे से मलें
- चरण 9: पानी से धो लें
- चरण 10: एक साफ तौलिये से अच्छी तरह सुखाएं
- चरण 11: नल को बंद करने के लिए तौलिये का इस्तेमाल करें
डॉ. श्रुति टंडन-परदासानी, कंसल्टेंट क्रिटिकल केयर, जसलोक हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर का मानना है कि जब बच्चा खुद खाना शुरू करे, तो हाथ की सफाई सिखाई जानी चाहिए. वह आगे कहती हैं,
सांस लेने से लेकर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल बीमारियों तक की अधिकांश बचपन की बीमारियों को पूरी तरह से हाथ धोने से रोका जा सकता है. यह सबसे सस्ता और आसान टीकाकरण है, जो हम खुद दे सकते हैं तो क्यों न जीवन में जल्दी ही इसे शुरू कर दिया जाए. अल्कोहल आधारित सैनिटाइजेशन की तुलना में लिक्विड साबुन और पानी का इस्तेमाल बेहतर है, जो अक्सर जल्दबाजी में किया जा सकता है और इसलिए अधूरा और अप्रभावी हो सकता है. माता-पिता को अपने बच्चों को शुरू से ही हाथ धोने का पाठ पढ़ाना चाहिए और यह सभी स्कूली पाठ्यक्रम का हिस्सा होना चाहिए.
क्या बेहतर है: अपने हाथ धोना या हैंड सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करना?
यूनिसेफ और डब्ल्यूएचओ के अनुसार, सामान्य तौर पर, साबुन और पानी से हाथ धोना और हैंड सैनिटाइज़र, अगर सही तरीके से इस्तेमाल किए जाएं, तो अधिकांश कीटाणुओं और रोगजनकों को मारने में अत्यधिक प्रभावी होते हैं. डब्ल्यूएचओ कम से कम 40-60 सेकंड के लिए साबुन और पानी से हाथ धोने की और कम से कम 20-30 सेकंड के लिए सैनिटाइज़र से हाथ रगड़ने की सलाह देता है.
आपको अपने हाथ कब धोना चाहिए?
UNICEF और WHO का कहना है कि COVID-19 की रोकथाम के संदर्भ में, निम्नलिखित समय पर अपने हाथ धोना सुनिश्चित करना चाहिए:
- नाक बहने, खांसने या छींकने के बाद
- पब्लिक ट्रांसर्पोट, मार्केट और पूजा स्थलों सहित सार्वजनिक स्थान पर जाने के बाद
- घर के बाहर की सतहों जैसे दरवाजे की घुंडी, दरवाजे, पैसे छूने के बाद
- बीमार व्यक्ति की देखभाल करने से पहले, दौरान और बाद में
- खाने से पहले और बाद में
जबकि, सामान्य तौर पर, हमे हमेशा हाथ धोना चाहिए:
- टॉयलेट का इस्तेमाल करने के बाद
- कचरा संभालने के बाद
- जानवरों और पालतू जानवरों को छूने के बाद
- बच्चों के डायपर बदलने या बच्चों को टॉयलेट इस्तेमाल करने में मदद करने के बाद
- जब आपके हाथ दिखने में गंदे हों
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1. लंबी आस्तीन को ऊपर लपेट और अपनी घड़ी , ब्रेसलेट , और कलाई क अन्य वस्तुओं को ऊपर चढ़ाएँ।. 2. अपने हाथ म हथेल -के -आकार क मात्रा म सै नटाइज़र लगाएँ।. 3. अपने हाथ , कलाईय , अँग ु लय , अँगु लय क नोक और अँगूठ पर सै नटाइज़र को रगड़ ।. 4. तब तक रगड़ जब तक क आपके हाथ पूर तरह से सूख न जाएँ।.
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